पानी और हवा की गुणवत्ता के आंकड़ों के विश्लेषण की नई पहल                                                                 

      

वा और पानी की गुणवत्ता के मूल्यांकन से प्राप्त आंकड़ों के सांख्यकीय विश्लेषण और सॉफ्टवेयर मॉडलिंग के आधार पर उनकी सटीक व्याख्या को बढ़ावा देने के लिए सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान संस्थान (सीएसआईआर-आईआईटीआर) एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। यह कार्यक्रम इन आंकड़ों के विश्लेषण, व्याख्या और उनके बारे में वैज्ञानिक समझ विकसित करने के साथ-साथ प्रदूषण नियंत्रण से जुड़ी प्रभावी रणनीति बनाने में उपयोगी हो सकता है।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के शोधार्थियों के सांख्यकीय एवं सॉफ्टवेयर मॉडलिंग आधारित आंकड़ों के विश्लेषण संबंधी ज्ञान को बेहतर बनाना है, ताकि उनके कौशल का उपयोग हवा एवं पानी की गुणवत्ता संबंधी आंकड़ों के विश्लेषण में किया जा सके। एक कार्यशाला के रूप में यह दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 28 जनवरी से 29 जनवरी को लखनऊ स्थित सीएसआईआर-आईआईटीआर परिसर में आयोजित किया जा रहा है।

प्रशिक्षण का 30 प्रतिशत हिस्सा सैद्धांतिक और 70 प्रतिशत प्रायोगिक होगा। इस से शोधार्थियों को प्रत्यक्ष प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त मिल सकता है। विशेषज्ञों से संवाद और कंप्यूटर मॉडल एवं मल्टीमीडिया उपकरणों के साथ व्याख्यान इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल होंगे। इस दौरान प्रतिभागियों को आंकड़े प्राप्त करने की प्रक्रिया, वायु तथा पानी की गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए सॉफ्टवेयर मॉडल सिमुलेशन और पर्यावरण से जुड़े आंकड़ों के विश्लेषण के लिए सांख्यिकीय उपकरण या पैकेज की जानकारी दी जाएगी।


इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के शोधार्थियों के सांख्यकीय एवं सॉफ्टवेयर मॉडलिंग आधारित आंकड़ों के विश्लेषण संबंधी ज्ञान को बेहतर बनाना है, ताकि उनके कौशल का उपयोग हवा एवं पानी की गुणवत्ता संबंधी आंकड़ों के विश्लेषण में किया जा सके।

पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विभिन्न क्षेत्र के प्रतिभागियों को विचार विमर्श का एक मंच उपलब्ध कराने में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उपयोगी हो सकता है। इसके प्रतिभागियों में उद्योगपति, नीति नियामक, वैज्ञानिक, इंजीनियर, प्रौद्योगिकी एवं सेवा प्रदाता, उपकरण निर्माता, शोधकर्ता और छात्र शामिल हैं। इस दौरान प्रतिभागियों को हवा और पानी की गुणवत्ता के मूल्यांकन से संबंधित प्रश्न एक-दूसरे से साझा करने और इन प्रश्नों को अत्याधुनिक उपकरणों, सॉफ्टवेयर मॉडलिंग और सांख्यिकीय तकनीकों के माध्यम से हल करने का मौका मिल सकता है।

सीएसआईआर-आईआईटीआर के वैज्ञानिक और प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ बी. श्रीकांत ने इंडिया साइंस वायर को बताया कि “पिछले दो दशकों में हवा और पानी की गुणवत्ता पर केंद्रित निगरानी एवं मूल्यांकन से बड़े पैमाने पर आंकड़े एकत्रित किए गए हैं। इस तरह के आंकड़ों के विश्लेषण एवं मूल्यांकन के लिए कुशल विशेषज्ञों की जरूरत पड़ती है। वायु और जल गुणवत्ता संबंधी आंकड़ों के विश्लेषण और मूल्यांकन प्रक्रिया से जुड़ी कठिनाइयों और अनिश्चितताओं को दूर करने में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मददगार हो सकता है।”

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीएसआईआर-आईआईटीआर की वेबसाइट पर 24 जनवरी 2020 तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदन पत्रों की छंटाई के बाद चुनिंदा प्रतिभागियों को ईमेल के जरिये इस कार्यक्रम में शामिल होने की जानकारी 25 जनवरी तक भेज दी जाएगी। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण करने वाले प्रतिभागियों को संस्थान की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
इंडिया साइंस वायर

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