108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री                                                                 

      

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटोः प.सू.क.)

108वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन 3 जनवरी से राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय (आरटीएमएनयू), महाराष्ट्र में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन जनवरी, 2023 को इस पांच दिवसीय आयोजन का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे और कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है।

इस वर्ष भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मुख्य विषयवस्तु "महिला सशक्तिकरण के साथ सतत् विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी" है। कार्यक्रम की मेजबानी आरटीएमएनयू अपने अमरावती रोड परिसर में कर रहा है। विज्ञान कांग्रेस के तकनीकी सत्र को 14 वर्गों में बांटा गया है। इन समानान्तर चलने वाले 14 वर्गों के अलावा, महिला विज्ञान कांग्रेस, किसान विज्ञान कांग्रेस, बाल विज्ञान कांग्रेस, जनजातीय समागम, विज्ञान व समाज तथा विज्ञान संचारकों की कांग्रेस के एक-एक सत्र का भी आयोजन किया जायेगा।

भारतीय विज्ञान कांग्रेस के पूर्ण सत्रों में नोबल पुरस्कार विजेताओं, भारत व विदेशी अनुसंधानकर्ताओं, विशेषज्ञों और विभिन्न क्षेत्रों के टेकनोक्रेटों पर सामग्री शामिल की गई है, जिसमें अंतरिक्ष, रक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और चिकित्सा अनुसंधानों को रखा गया है।

इस कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों में कृषि, वन-विज्ञान, पशु, पशु चिकित्सा और मत्स्य विज्ञान, मानव व व्यवहार विज्ञान, रासायनिक विज्ञान, पृथ्वी प्रणाली विज्ञान, अभियांत्रिकी विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, सूचना व संचार विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी, पदार्थ विज्ञान, गणितीय विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, नवीन प्राणी विज्ञान, भौतिक विज्ञान तथा पादप विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व व प्रयुक्त अनुसंधानों के बारे में दर्शाया जाएगा।


108वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन 3 जनवरी से राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय (आरटीएमएनयू), महाराष्ट्र में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन जनवरी, 2023 को इस पांच दिवसीय आयोजन का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे और कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है।


विज्ञान कांग्रेस का प्रमुख आकर्षण मेगा एक्सपो “प्राइड ऑफ इंडिया” (भारत का गौरव) है। इस प्रदर्शनी में भारतीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी के समाज के लिए योगदान एवं इसकी प्रमुख उपलब्धियों को दिखाया जायेगा, जिनकी बदौलत पूरे वैज्ञानिक संसार के लिये सैकड़ों नये विचारों, नवोन्मेषों और उत्पादों को आकार मिला। प्रदर्शनी में सरकार, कॉरपोरेट, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, अकादिक एवं अनुसंधान व विकास संस्थानों, पूरे देश के नवोन्मेषी और उद्यमियों की उपलब्धियों तथा उनकी क्षमताओं को पेश किया जायेगा।

कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर सोमवार को भारतीय विज्ञान कांग्रेस का पारंपरिक ‘विज्ञान ज्योति’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें 400 से अधिक स्कूली और कॉलेज छात्र ज़ीरो माइलस्टोन पर एकत्र हुए। वहाँ से वे रैली के रूप में विश्वविद्यालय परिसर पहुँचे, जहाँ उन्होंने अपने जीवन में वैज्ञानिक सोच को अपनाने की शपथ ली। भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ (इस्का) की अध्यक्ष डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना ने छात्रों से आग्रह किया कि वे विज्ञान को केवल पाठ्य सामग्री के रूप में न पढ़ें, बल्कि जीवन में वे जो भी करें, विज्ञान को उसमें शामिल करें।

‘विज्ञान ज्योति’ की अवधारणा ओलम्पिक ज्योति के अनुरूप है। यह एक आंदोलन का स्वरूप है, जो समाज और विशेष रूप से युवाओं में वैज्ञानिक मानसिकता तैयार करने के लिये समर्पित है। यह ज्योति विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित की गई है और 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस के समापन तक यह प्रज्ज्वलित रहेगी।

उद्घाटन सत्र में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेन्द्र सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उप-मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस शामिल होंगे। आरटीएमएनयू के कुलपति डॉ सुभाष आर, चौधरी और भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ (इस्का), कोलकाता की अध्यक्ष डॉ विजय लक्ष्मी सक्सेना की विशेष उपस्थिति रहेगी।


इंडिया साइंस वायर

ISW/ISCA/108thISC/HIN/02/01/2023