फ्रांस और भारत बीच वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए करार                                                                 

      

प्रोफेसर एंटोनी पेटिट (बाएं) और डॉ शेखर सी. मांडे (दाएं)

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने के लिए वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और फ्रांस के नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च (सीएनआरएस) के बीच एक समझौता किया गया है। इस संबंध में सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर सी. मांडे और सीएनआरएस के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रोफेसर एंटोनी पेटिट ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस समझौते के बाद इन दोनों संस्थानों के बीच विज्ञान आधारित प्रौद्योगिकियों के विकास एवं संयुक्त शोध को बढ़ावा देने और परस्पर सहयोग को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। कहा जा रहा है कि प्रौद्योगियों के परस्पर आदान-प्रदान और औद्योगिक तथा अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने में भी यह समझौता एक अहम कड़ी साबित हो सकता है।

पारस्परिक हित के जिन अनुसंधान क्षेत्रों को इस समझौते से बढ़ावा मिल सकता है, उनमें मुख्य रूप से पादप व समुद्री जैव प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन, इंजीनियरिंग, मैटेरियल साइंस, ऊर्जा और जल संबंधित अनुसंधान कार्य शामिल हैं।


पारस्परिक हित के जिन अनुसंधान क्षेत्रों को इस समझौते से बढ़ावा मिल सकता है, उनमें मुख्य रूप से पादप व समुद्री जैव प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन, इंजीनियरिंग, मैटेरियल साइंस, ऊर्जा और जल संबंधित अनुसंधान कार्य शामिल हैं।

सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर सी. मांडे ने इस मौके पर कहा है कि “भारत और फ्रांस स्वाभाविक रूप से एक दूसरे के सहयोगी रहे हैं। सीएसआईआर और सीएनआरएस के बीच परस्पर संबंधों का लंबा इतिहास रहा है। सीएसआईआर से संबद्ध वैज्ञानिक संस्थाओं में शामिल भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान और राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला सीएनआरएस के साथ मिलकर संयुक्त कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं, जिनके परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण शोध और पेटेंट पेटेंट सामने आए हैं।”

सीएनआरएस के प्रमुख प्रोफेसर एंटोनी पेटिट ने कहा है कि “सीएसआईआर हमारा एक प्रमुख सहयोगी है और उम्मीद है कि इस करार से कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। परस्पर सहयोग के इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य, जल संरक्षण, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन जैसे विषय मुख्य रूप से शामिल हैं।”

वर्ष 1939 में स्थापित सीएनआरएस अपने दस संस्थानों के जरिये जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, खगोल विज्ञान, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण, इंजीनियरिंग, गणित विज्ञान, भौतिकी, न्यूक्लियर एवं पार्टिकल फिजिक्स, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोध कार्य कर रहा है। वहीं, वर्ष 1942 में स्थापित सीएसआईआर अपनी 37 वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं के जरिये विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में शोध एवं विकास कार्य कर रहा है।
इंडिया साइंस वायर

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