75 दिवसीय ‘स्वच्छ सागर सुरक्षित सागर’ अभियान संपन्न                                                                 

      

ज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित अब तक के सबसे बड़े 75 दिवसीय तटीय सफाई अभियान ‘स्वच्छ सागर सुरक्षित सागर’ का समापन हो गया है। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; राज्य मंत्री प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, डॉ जितेंद्र सिंह ने मुंबई के जुहू तट पर मुख्य समापन कार्यक्रम में शामिल होकर गत 05 जुलाई से चल रहे सागर तट स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया।

अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस के अवसर पर देश के 75 समुद्र तटों पर एक साथ आयोजित तटीय स्वच्छता गतिविधियों के साथ-साथ मुंबई में मुख्य समापन कार्यक्रम में डॉ जितेंद्र सिंह के अलावा, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, सांसद पूनम महाजन, पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल, भारतीय तटरक्षक महानिदेशक वी.एस. पठानिया, और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम. रविचंद्रन, एनसीसी, गैर सरकारी संगठनों एवं तटरक्षक बल के वालंटियर्स उपस्थित थे।

अभियान के अंतिम दिन भारत की 7,500 किलोमीटर लंबी तटरेखा पर देश के सभी समुद्र-तटों पर एक साथ सफाई की गई, जिसमें लाखों वालंटियर्स एक साथ अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस मनाने के लिए शामिल हुए, जो सितंबर के तीसरे शनिवार को दुनियाभर में मनाया जाता है। संयोग से इस वर्ष यह दिन 17 सितंबर को 'सेवा दिवस' के रूप में मनाये जा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के साथ आया है।

इस देशव्यापी अभियान में अलग-अलग तटों पर विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, फिल्मी कलाकार, सहित अन्य मशहूर हस्तियां, स्वयंसेवी संगठन, स्कूली छात्र और आम लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए हैं। इस अवसर पर देश के ख्यातिलब्ध पार्श्व गायकों द्वारा गाया गया और इस मौके के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया एक वीडियो गीत भी पेश किया गया।


आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित अब तक के सबसे बड़े 75 दिवसीय तटीय सफाई अभियान ‘स्वच्छ सागर सुरक्षित सागर’ का समापन हो गया है। केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; राज्य मंत्री प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, डॉ जितेंद्र सिंह ने मुंबई के जुहू तट पर मुख्य समापन कार्यक्रम में शामिल होकर गत 05 जुलाई से चल रहे सागर तट स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया।


डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत में 75 दिनों तक चलाये गए दुनिया के सबसे लम्बे और व्यापक समुद्र तट सफाई अभियान का समापन हो गया है, जिसमें देश के महत्वपूर्ण समुद्र तटों पर राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, फिल्म और खेल जगत की मशहूर हस्तियों, नागरिक समाज संगठनों के द्वारा भारी उत्साह के साथ भाग लिया गया।

डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन, जिसे "सेवा दिवस" के रूप में मनाया जाता है, के साथ मनाया जा रहा है, जिसने स्वयंसेवकों के उत्साह को दोगुना कर दिया है, और उन्होंने देशभर में सफाई अभियान के माध्यम से समुद्र तटों से 1,500 टन सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा हटाने के लक्ष्य को पार कर लिया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अभियान में शामिल होने के लिए एक लाख से अधिक स्वयंसेवकों ने ईकोमित्रम ऐप पर पंजीकरण कराया है।

डॉ जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि 09 तटीय राज्यों के 45 से अधिक उपायुक्तों / जिलाधिकारियों ने आज के सामूहिक तटीय सफाई अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिसे 05 जुलाई, 2022 को केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि कलेक्टरों ने स्थानीय नागरिक सामाजिक संगठनों और स्कूली छात्रों का नेतृत्व किया और ‘स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर’ अभियान की शानदार सफलता के लिए एक वातावरण बनाने में मदद की।

केंद्रीय मंत्री ने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता अभियान में अग्रणी भूमिका निभायी थी, जिसने पूरे देश को भारत की 7500 किलोमीटर लंबी तटरेखा को मानव जाति के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए प्रेरित किया। प्रधानमंत्री ने भारत के तटों को साफ रखने पर जोर दिया है, और मुंबई के जुहू बीच से कचरा हटाने के स्वयंसेवकों के प्रयासों की प्रशंसा की है।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ-साथ देश के प्रमुख कॉरपोरेट्स, शिक्षण संस्थान एवं गैर-सरकारी संस्थान शामिल हुए। पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, राष्ट्रीय सेवा योजना, भारतीय तटरक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सीमा जागरण मंच, एसएफडी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, और अन्य सामाजिक संगठनों एवं शैक्षणिक संस्थानों की संयुक्त भागीदारी से यह अभियान चलाया गया।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम. रविचंद्रन ने कहा है कि वर्ष 2030 तक समुद्र में फेंके जाने वाले प्लास्टिक कचरे में 30 प्रतिशत कटौती के लक्ष्य को प्राप्त करने में यह अभियान महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान एकत्रित किये गए प्लास्टिक कचरे का पुनर्चक्रण करने के लिए पृथक्करण किया जा रहा है। प्लास्टिक कचरे के पुनर्चक्रण के लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन द्वारा पहल की गई है।


इंडिया साइंस वायर

ISW/USM/MoES/SSSS/HIN/19/09/2022