भारत रत्न वैज्ञानिक प्रोफेसर सीएनआर राव को अंतरराष्ट्रीय एनी पुरस्कार                                                                 

      

भारत रत्न प्रोफेसर सीएनआर राव

देश के ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक भारत रत्न प्रोफेसर सीएनआर राव के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त प्रोफेसर राव को वर्ष 2020 के अंतरराष्ट्रीय एनी अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार अक्षय ऊर्जा स्रोतों और ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में शोध के लिए दिया जाता है। इसे एनर्जी फ्रंटियर अवार्ड और ऊर्जा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है।

प्रोफेसर राव ऊर्जा के एकमात्र स्रोत के रूप में हाइड्रोजन को लेकर काफी अरसे से काम कर रहे हैं, जिससे ऊर्जा के मोर्चे पर मानवता का भला हो सके। उनके शोध कार्य में हाइड्रोजन स्टोरेज, फोटो-केमिकल एवं इलेक्ट्रो-केमिकल उत्पादन, हाइड्रोजन का सौर-उत्पादन और एयर धात्विक उत्प्रेरण जैसे मुख्य बिंदु शामिल हैं।


ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2020 की रिपोर्ट में भारत को 107 देशों में 94 वें स्थान पर रखा है, जो स्पष्ट तौर पर दिखाता है कि भारत में खाद्य सुरक्षा की स्थिति में प्रयाप्त सुधार की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र ने अपने एक बयान में कहा कि भारत में हर साल कुपोषण के कारण मरने वाले पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या दस लाख से भी ज्यादा है। ऐसे में कुपोषण से बचने के लिए बच्चों को पोषित आहार की आवश्यकता होती है।

एनर्जी फ्रंटियर अवार्ड उन्हें मेटल ऑक्साइड, कार्बन नैनोट्यूब्स के अतिरिक्त एनर्जी एप्लीकेशन और हरित हाइड्रोजन उत्पादन के लिए ग्रिफिन बोरून नाइट्रोजन कार्बन हाइब्रिड मैटीरियल और मॉलीब्लेडिनम सल्फाइड सहित अन्य मैटीरियल्स और टू-डाइमेंशनल सिस्टम्स पर उनके शोध के लिए दिया जा रहा है। एनी अवार्ड रोम के क्युरिनल पैलेस में आयोजित एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान 14 अक्तूबर 2021 को दिया जाएगा।

एनी अवार्ड इतालवी तेल एवं गैस कंपनी एनी द्वारा प्रदान किया जाता है। इसका उद्देश्य ऊर्जा स्रोतों के बेहतर उपयोग और पर्यावरणीय शोध को प्रोत्साहन देना है। इसके चयन की प्रक्रिया बहुत सख्त है, और चयन समिति से कई बड़े दिग्गज जुड़े होते हैं। इनमें नोबेल पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं। हेरोल्ड डब्ल्यू क्रोटो और एलेन हीगर जैसे नोबेल पुरस्कार विजेताओं को भी एनी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। पिछले कई वर्षों से ऊर्जा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में यह पुरस्कार काफी प्रतिष्ठा अर्जित कर चुका है। इसमें नकद राशि के अतिरिक्त स्वर्ण पदक भी दिया जाता है।


इंडिया साइंस वायर

ISW/RM/HIN/28/05/2021

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